इन दिनों सर्दी का आलम तो तेज है साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है। यहां पर बढ़ते प्रदूषण और सर्द हवाओं के असर के वजह से पूरे शरीर की देखभाल करना आवश्यक हो जाता है। शरीर को सर्द हवाओं से नुकसान होता है लेकिन आंखों में जलन, पानी आना और पलकें चिपचिपी हो जाती हैं।
ऐसे में आयुष मंत्रालय ने आंखों की देखभाल के लिए चार असरदार तरीके बताए हैं, जिनसे कम समय में आंखों की देखभाल की जा सकती है। इन तरीकों की मदद से आंखों की देखभाल सही तरीके से हो जाती है।
आंखों की देखभाल के लिए अपनाएं तरीके
यहां पर आंखों की देखभाल के लिए आयुष मंत्रालय ने कुछ तरीकों के बारे में बताया है। यहां पर मोमबत्ती और कॉटन पैड की मदद से आंखों को आराम दिया जाता है। इन तरीकों को आप आसानी से कर सकते है।
1- आई पामिंग
आंखों की देखभाल के लिए आप आई पामिंग का सहारा ले सकते है। इसके लिए दोनों हाथों की हथेलियों को आपस में रगड़कर गर्म किया जाता है और आंखों पर लगाया जाता है। इस खास तरीके से आंखों की थकान कम होती है तो वहीं पर आप रिलैक्स महसूस करते है। कहते है कि, लगातार स्क्रीन पर देखने से आंखों की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है। दबाव कम करने के लिए आई पामिंग सबसे बेस्ट तरीका का जाता है।
2- त्राटक
आंखों के लिए यह एक्सरसाइज भी आसान होती है। जिसके जरिए आंखों की रोशनी में सुधार, आंखों की सफाई और आंखों की नमी को वापस पाया जा सकता है। इस त्राटक अभ्यास को करने से एक मोमबत्ती को कुछ दूरी पर रखा जाता है। मोमबत्ती की लौ को लगातार बिना पलक झपकाए देखता रहता है। इससे आंखों की आंतरिक स्पष्टता बढ़ती है।
3- गीले कॉटन पैड
आंखों की देखभाल के लिए आपको गीले कॉटन पैड का इस्तेमाल करना चाहिए। यहां पर आंखों के तनाव से बचाने के लिए और सिर दर्द से आराम पाने के लिए गीले कॉटन पैड का इस्तेमाल किया जाता है। कहते है कि, रूई लेकर उसे चपटा करके फैला लिया जाता है। कॉटन को ठंड़े पानी या गुलाब जल में भिगोकर कुछ देर के लिए आंखों पर रखा जाता है। इसकी जगह कुछ लोग खीरे के टुकड़ों का भी इस्तेमाल करते हैं। ये आंखों के नीचे आने वाली सूजन को भी कम करने में मदद करता है।
4- भाप लेना
सर्दियों में आपको आंखों के लिए इस भाप लेने के तरीके को अपनाना चाहिए। सर्दियों में कुछ लोगों को सुबह आंखें खोलने में दिक्कत होती है क्योंकि आंखों की गंदगी पलकों पर बुरी तरीके से चिपक जाती है। ऐसे में हल्की भाप की मदद से आंखों को ऊर्जावान बनाया जा सकता है। इससे पलके चिपकती नहीं हैं, लेकिन ज्यादा भाप लेने से बचें क्योंकि ये ड्राइनेस को भी बढ़ावा देती है।
