जबलपुर में बहुचर्चित हवाला डकैती कांड की बड़ी कार्रवाई: 2 डीएसपी सहित 12 पुलिसकर्मी गिरफ्तार



जबलपुर। बहुचर्चित सिवनी हवाला डकैती कांड में बड़ा खुलासा हुआ है। आईजी प्रमोद वर्मा के निर्देशन में गठित एसआईटी की पड़ताल के बाद दो उप पुलिस अधीक्षक सहित कुल 12 पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार को एसडीओपी पूजा पांडे के बैचमेट और हॉक फोर्स बालाघाट में पदस्थ एसडीओपी पंकज मिश्रा, जबलपुर क्राइम ब्रांच के आरक्षक प्रमोद सोनी, हवाला कारोबारी पंजू गिरी गोस्वामी, और वरिन्द्र दीक्षित को गिरफ्तार कर सिवनी न्यायालय में पेश किया गया।

8–9 पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त करने की तैयारी?

सूत्रों के अनुसार, मामले में चालान पेश होते ही 8 से 9 पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त करने के लिए सिवनी जिला मुख्यालय से पुलिस मुख्यालय भोपाल पत्राचार किया गया है। हालांकि पुलिस अधिकारी इस पर आधिकारिक बयान देने से बच रहे हैं।

गिरफ्तार आरोपियों कनेक्शन और नई जानकारियाँ

एसआईटी प्रभारी एएसपी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में—

  • एसडीओपी पंकज मिश्रा (हॉक फोर्स, बालाघाट)

  • आरक्षक प्रमोद सोनी (क्राइम ब्रांच, जबलपुर)

  • हवाला कारोबारी पंजू गिरी गोस्वामी (कटनी)

  • वरिन्द्र दीक्षित (जबलपुर), जो जेल में बंद एसडीओपी पूजा पांडे का जीजा बताया जा रहा है

सभी आरोपियों से रिमांड में पूछताछ जारी है।

कैसे फूटा हवाला डकैती का 2.96 करोड़ का मामला

8–9 अक्टूबर की दरमियानी रात आरक्षक प्रमोद सोनी को मुखबिर से जानकारी मिली कि 2 करोड़ 96 लाख रुपये हवाला के माध्यम से सिवनी से नागपुर जा रहे हैं।
आरक्षक ने यह सूचना तत्कालीन ओमती सीएसपी पंकज मिश्रा को दी, जिन्होंने इसे सीएसपी पूजा पांडे से साझा किया। इसके बाद एनएच-44 पर सीलादेही बायपास के पास गाड़ी रोकी गई, और कथित रूप से हवाला के करीब 1.47 करोड़ रुपये लूट लिए गए।

मामले में अब तक—

  • 1.45 करोड़ रुपये पुलिस कर्मियों से

  • 1.25 करोड़ रुपये हवाला कारोबारियों से
    बरामद हुए हैं।

न्यायिक हिरासत और जमानत याचिकाएँ

डकैती कांड में पहले से गिरफ्तार एसडीओपी पूजा पांडे, एसआई अर्पित भैरम, और अन्य 9 पुलिसकर्मी 26 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में हैं।
पूजा पांडे और उनके ड्राइवर रितेश वर्मा ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की है।
जानकारी के अनुसार—

पूजा पांडे रीवा सेंट्रल जेल में


जबकि अन्य 10 पुलिसकर्मी नरसिंहपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं।

न्यायालय ने सभी 11 पुलिस कर्मियों को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा था।

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