जबलपुर। संस्कारधानी में नशे के विरुद्ध एक बड़ी जंग का आगाज़ हुआ है। 'सहयोग क्रीड़ा मंडल' द्वारा आयोजित अल्ट्रा मैराथन में 100 से अधिक युवाओं ने 70 किलोमीटर की लंबी दौड़ लगाकर समाज को नशा मुक्ति का कड़ा संदेश दिया। इस साहसिक आयोजन को कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने जबलपुर स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
42 वर्षों का सफर और बच्चों का नया इतिहास
यह मैराथन अपने 42वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। विशेष बात यह है कि जहाँ पूर्व में यह आयोजन मात्र 7 किलोमीटर तक सीमित रहता था, वहीं इस वर्ष इसे 70 किलोमीटर की 'अल्ट्रा मैराथन' का स्वरूप दिया गया। इस ऐतिहासिक दौड़ में बच्चों ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। मैराथन में पदक जीतने वाली एक छोटी बच्ची ने लगभग 40 किलोमीटर तक दौड़ लगाकर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।
नशे से मुक्ति का संकल्प
खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ठंड का यह मौसम स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए सबसे उपयुक्त है। युवाओं को खेल के मैदान की ओर रुख करना चाहिए, क्योंकि खेल न केवल शरीर को मजबूत बनाते हैं बल्कि नशे जैसी बुराइयों से भी दूर रखते हैं।गोटेगांव तक आयोजित इस मैराथन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के जाल से निकालकर एक स्वस्थ और समृद्ध समाज का निर्माण करना है। मंत्री पटेल ने विश्वास जताया कि बच्चों का यह प्रेरणादायी प्रयास आने वाले समय में जिले के अन्य युवाओं के लिए भी नज़ीर बनेगा।
