भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) में मारपीट मामले में अपडेट सामने आया है। 15 में से 6 एमबीबीएस छात्रों पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह पूरा मामला चिकित्सा शिक्षा विभाग तक पहुंचा है। हिंसक घटना की रिपोर्ट भेजी गई है। इस मामले में अब रैगिंग के एंगल से भी जांच होगी।
दरअसल, शुक्रवार की रात मामूली सी बात ने इतना भयानक रूप ले लिया कि गांधी मेडिकल कॉलेज के फ्यूचर डॉक्टर ही एक-दूसरे पर रॉड, डंडे और कुर्सियां लेकर टूट पड़े। वजह कोई बड़ी नहीं बल्कि एक प्लेट मैगी थी। जी हां… कैंपस स्थित सुधामृत कैंटीन में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। मैगी को लेकर एमबीबीएस के कुछ डे-स्कॉलर और हॉस्टल में रहने वाले छात्रों के बीच कहासुनी शुरू, जो देखते-देखते विवाद में बदल गई।
कई छात्र हुए थे घायल
विवाद इतना बढ़ा कि दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर हमला कर दिया। इस घटना में कई छात्र गंभीर रूप से घायल हुए थे। एक स्टूडेंट को सिर में गहरी चोट लगी थी, जिसे हमीदिया अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा था। वहीं बीच बचाव करने पहुंचेअन्य छात्र भी चोटिल हुए थे। सूचना मिलते ही जीएमसी प्रबंधन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला।
15 छात्र सस्पेंड, 6 पर FIR
कॉलेज प्रबंधन ने इस पूरे मामले में 15 छात्रों को सस्पेंड कर दिया था। प्रशासन ने इस हिंसक घटना पर उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए थे। साथ ही सभी छात्रों को चेतावनी दी थी कि भविष्य में ऐसी हरकत दोबारा हुई तो सख्त कार्रवाई होगी। वहीं GMC का यह पूरा मामला चिकित्सा शिक्षा विभाग तक पहुंचा है। इस घटना में 15 में से 6 छात्रों पर FIR दर्ज की गई है। रैगिंग के एंगल से भी जांच की जा रही है।
