जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में सामने आए एक विवादित वीडियो के बाद भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा रुख अपनाया है। वीडियो में भाजपा नेत्री अंजू भार्गव नेत्रहीन युवती के साथ दुर्व्यवहार करती दिखाई दे रही हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए पार्टी के जिला अध्यक्ष रत्नेश सोनकर ने अंजू भार्गव को नोटिस जारी कर सात दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। नोटिस में कहा गया है कि जिम्मेदार पद पर रहते हुए इस तरह का आचरण पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाता है।
क्या है पूरा मामला
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में अंजू भार्गव पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में अपशब्द बोलते हुए एक नेत्रहीन युवती का हाथ पकड़कर मरोड़ती और मारपीट की कोशिश करती नजर आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक यह घटना हवा बाग चर्च के पीछे आयोजित नेत्रहीन बच्चों के भोज कार्यक्रम के दौरान हुई। क्रिसमस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर धर्मांतरण के आरोपों के बीच भाजपा से जुड़े कुछ हिंदूवादी संगठनों ने आपत्ति जताई, जिसके बाद दोनों पक्षों में तीखी झड़प हो गई।
पार्टी ने लिया संज्ञान
बताया गया है कि अंजू भार्गव हाल ही में 16 दिसंबर को ही जबलपुर भाजपा में नगर उपाध्यक्ष बनाई गई थीं। वह एक पूर्व मंत्री और वर्तमान भाजपा विधायक की रिश्तेदार भी बताई जा रही हैं। वीडियो सामने आने के बाद विपक्ष ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है और कांग्रेस द्वारा मामले को कोर्ट तक ले जाने की बात कही गई है। फिलहाल भाजपा ने आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। पार्टी नेतृत्व ने स्पष्ट किया है कि स्पष्टीकरण के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
