सर्दियों का मौसम शुरू होते ही बाजारों में हरी पत्तेदार सब्जियों की भरमार लग जाती हैं। इस सीजन में सबसे ज्यादा पालक, बथुआ और मेथी मार्केट में खूब मिलती हैं।
आयुर्वेद और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के अनुसार, ये तीनों सब्जियां शरीर को गर्म रखने, ताकत बढ़ाने और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती हैं। लेकिन सवाल यह है कि ठंड के मौसम में इनमें से कौन-सी भाजी सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है?
ठंड में कौन सी भाजी देती है सबसे ज्यादा ताकत?
आयुर्वेद और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के अनुसार, पालक खून बढ़ाने और कमजोरी दूर करने में असरदार माना जाता है। पालक को आयरन का बढ़िया स्रोत माना जाता है। इसमें आयरन के साथ-साथ विटामिन A, C, K, कैल्शियम और फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
पालक खाने के फायदे
- खून की कमी यानी (एनीमिया) दूर करने में मदद करता है।
- शरीर की कमजोरी और थकान कम करता है।
- आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद है।
- इम्यूनिटी मजबूत करता है।
- पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है।
- ठंड में पालक खाने से शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती है, खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए यह बहुत लाभकारी है।
मेथी का सेवन जोड़ों के दर्द और डायबिटीज में लाभकारी
मेथी की भाजी सर्दियों में औषधि की तरह काम करती है। इसमें आयरन, फाइबर, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं।
मेथी खाने के फायदे
- जोड़ों के दर्द और सूजन में राहत
- ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहायक
- पाचन तंत्र मजबूत करता है
- सर्दी-खांसी में राहत देता है
- शरीर को अंदर से गर्म रखता है
- आयुर्वेद के अनुसार, ठंड में मेथी का सेवन वात और कफ दोष को संतुलित करता है।
- बथुआ का सेवन पेट और इम्यूनिटी के लिए सबसे असरदार
- बथुआ को सर्दियों की सुपरफूड माना जाता है। इसमें आयरन, प्रोटीन, विटामिन C, कैल्शियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं।
बथुआ खाने के फायदे:
- कब्ज और गैस की समस्या दूर करता है
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है
- इम्यून सिस्टम को बेहतर करता है
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
- ठंड में बथुआ का साग या पराठा खाने से पेट से जुड़ी समस्याएं दूर रहती हैं।
ठंड में सबसे ज्यादा ताकत कौन-सी भाजी देती है?
अगर ताकत की बात करें कमजोरी और खून की कमी के लिए: पालक
जोड़ों के दर्द और शुगर के लिए: मेथी
पाचन और इम्यूनिटी के लिए: बथुआ
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सबसे अच्छा विकल्प यह है कि इन तीनों भाजी को बारी-बारी से डाइट में शामिल किया जाए, ताकि शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिल सकें।
