सुरक्षा को लेकर उग्र हुए व्यापारी, पुलिस-प्रशासन के साथ बैठक....चौकी खोलने की मांग
जबलपुर। गल्ला व्यापारी के मुनीम पर हमला कर 19 लाख रुपए की लूट करने वाले नकाबपोश लुटेरों का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। विजय नगर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं, लेकिन आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
इस सनसनीखेज वारदात के बाद कृषि उपज मंडी के व्यापारियों ने खरीदी-बिक्री का पूरा काम बंद कर दिया है।
व्यापारियों ने मांगी संपूर्ण सुरक्षा मंडी में तत्काल पुलिस चौकी की मांग
गुरुवार को मंडी परिसर में व्यापारी संघ के अध्यक्ष और पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक हुई। व्यापारियों ने स्पष्ट कहा—“मंडी प्रांगण में सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। पहले भी कई वारदातें हुईं, अब तत्काल पुलिस चौकी खोली जाए।”
अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि किसानों और व्यापारियों की सुरक्षा प्राथमिकता है और हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
कैसे हुई वारदात?
अनाज व्यापारी सतीश केसरवानी की दुकान कृषि उपज मंडी में है। बुधवार दोपहर उनका मुनीम विकास साहू बैंक से 19 लाख रुपए निकालकर बाइक से वापस लौट रहा था।
मंडी के गेट नंबर-1 के पास दो स्कूटी सवार नकाबपोश युवकों ने विकास को रोककर सिर पर रॉड से हमला किया और रुपये से भरा बैग छीनकर एक्टिवा में फरार हो गए।
सूचना मिलते ही एएसपी आयुष गुप्ता और विजय नगर पुलिस मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।
व्यापारियों का रोष “टैक्स समय पर देते हैं, पर सुरक्षा शून्य”
व्यापारियों का कहना है कि मंडी में रोजाना 15 से 20 करोड़ रुपए का नगद लेनदेन होता है। इसके बावजूद सुरक्षा नहीं है।
कल व्यापारियों ने मंडी गेट बंद कर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया।
उनका आरोप है कि—
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मंडी में शराबखोरी, मारपीट और नशा करने वालों का आना-जाना आम है।
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कई बार लिखित शिकायतें दीं, पर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया।
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नतीजा यह बड़ी वारदात हो गई।
“आरोपी पकड़े बिना व्यापार शुरू नहीं होगा” व्यापारी संघ
जबलपुर अनाज एवं तिलहन व्यापारी संघ के अध्यक्ष दीपक डोंगरिया ने साफ कहा—“जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होते, तब तक न खरीदी होगी, न ही कोई व्यापारी नीलामी में बैठेगा।”
