स्कूल बना यातना केंद्र: अधूरे होमवर्क पर बच्चों का अपमान, प्रशासन ने ठोका जुर्माना



सीहोर. मध्य प्रदेश के सीहार जिले के जताखेड़ा गांव में स्थित एक निजी स्कूल पर बच्चों को प्रताडि़त करने का आरोप लगा है. बच्चों के होमवर्क नहीं करने पर उनके कपड़े उतरवाए जाते हैं और उनसे ग्राउंड में काम करवाया जाता है. परिजनों के इन आरोपों के बाद स्थानीय हिंदू संगठन भड़क गए और उन्होंने स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा करते हुए स्कूल बंद करने की मांग की. इधर शिकायत के बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आया और स्कूल प्रशासन के खिलाफ जांच की बात कह रहा है.



सीहोर के पास जताखेड़ा गांव में एक निजी स्कूल है और यहां बड़ी संख्या में बच्चे पढ़ाई के लिए पहुंचते हैं. यहां बच्चों की एक फोटो और वीडियो सामने आने के बाद हंगामा मच गया. इस फोटो में कई स्कूली बच्चों के कपड़े उतरे दिख रहे हैं. इसके बाद परिजनों ने स्कूल पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई. इसके अलावा जिला शिक्षाधिकारी और पुलिस से भी शिकायत की है.

स्कूल में बच्चों के कपड़े उतरवाकर क्लास में घुमाने और ग्राउंड में उसी हालत में काम करवाने के आरोप के बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने स्कूल में जमकर हंगामा किया. परिजनों के साथ कार्यकर्ताओं ने स्कूल की प्रिंसिपल और एक शिक्षक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. होमवर्क नहीं करने पर स्कूल प्रशासन पर ऐसी सजा देने का आरोप है.

बजरंग दल के कार्यकर्ता और परिजनों के प्रदर्शन के बाद पुलिस और प्रशासन ने स्कूल के खिलाफ एक्शन लिया है. जिला शिक्षाधिकारी संजय तोमर ने बताया कि सोशल मीडिया पर मामला सामने आने के बाद स्कूल पहुंचकर पूरे मामले की जांच की जा रही है. ऐसा सामने आया है कि बच्चों के द्वारा होमवर्क नहीं करने पर सजा के तौर पर बच्चों के कपड़े उतरवाने की बात सामने आई है. हालांकि यह घटना 2 से 3 माह पुरानी बताई जा रही है.




जिला शिक्षाधिकारी संजय तोमर ने बताया कि इस मामले में बच्चों के बयान लिए हैं. निजी स्कूल को नोटिस जारी किया गया है. जांच में सामने आया है कि इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल, गार्ड और ड्राइवर पर लापरवाही करने की बात सामने आई है. नोटिस में कहा गया है कि तीनों को स्कूल से पृथक किया जाए. इसके अलावा मान्यता अधिनियम के अंतर्गत एक लाख के जुर्माना का नोटिस भी दिया गया है.

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