युवा कांग्रेस चुनाव में नया विवाद: ‘फर्जी दस्तावेज़ों’ के सहारे अध्यक्ष बना सौरभ यादव?

 


राहुल रजक ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजी शिकायत, ऑनलाइन निर्वाचन पर उठे गंभीर सवाल**

जबलपुर। युवा कांग्रेस के ऑनलाइन हुए संगठनात्मक चुनाव एक बार फिर विवादों की चपेट में आ गए हैं। भोपाल नगर अध्यक्ष को हटाए जाने के बाद अब जबलपुर की कैंट विधानसभा (99) से निर्वाचित युवा कांग्रेस अध्यक्ष सौरभ यादव पर फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे चुनाव लड़ने का गंभीर आरोप लगा है। यह शिकायत युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब को भेजी गई है।
दसवीं की मार्कशीट से साबित करने की कोशिश

शिकायतकर्ता राहुल रजक ने अपने दावे को मजबूती देने के लिए सौरभ यादव की दसवीं की मार्कशीट भी सौंप दी है। उनके अनुसार मार्कशीट में सौरभ की जन्म तिथि 28 फरवरी 1986 दर्ज है, जबकि युवा कांग्रेस के नियमों के अनुसार चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी का जन्म 1 अप्रैल 1990 या उसके बाद होना अनिवार्य था।

रजक का आरोप है कि “सौरभ ने अपनी वास्तविक उम्र छुपाते हुए फर्जी दस्तावेज़ों का सहारा लिया, जिसकी सही तरीके से जांच नहीं की गई। यही वजह है कि ऑनलाइन चुनाव की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।”
पड़ताल न होने से बढ़ा विवाद

युवा कांग्रेस के तीन माह पूर्व सम्पन्न हुए चुनावों में स्पष्ट नियम बनाए गए थे—


प्रत्याशी पर कोई आपराधिक प्रकरण न हो


उम्र 35 वर्ष से कम हो


निर्धारित जन्मतिथि के बाद जन्मे प्रत्याशी ही पात्र हों

इसके बावजूद उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की ठीक से जांच न होने से अब संगठन की प्रणाली पर उंगलियां उठ रही हैं।
फॉर्म पहले होल्ड, फिर एक्सेप्ट—कैसे?

शिकायतकर्ता के अनुसार सौरभ यादव द्वारा भरा गया फॉर्म पहले संगठन ने होल्ड कर दिया था। आरोप है कि बाद में उन्होंने कौन-सा नया दस्तावेज़ प्रस्तुत किया, जिससे फॉर्म को होल्ड से हटाकर एक्सेप्ट कर लिया गया—यह स्पष्ट नहीं है।
इसी बिंदु पर सबसे बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
पारदर्शिता पर बड़ा सवाल

युवा कांग्रेस ने ऑनलाइन मतदान को पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से अपनाया था, लेकिन लगातार मिल रही शिकायतें इस मॉडल की विश्वसनीयता पर ही प्रश्नचिह्न लगा रही हैं।
यदि आरोप सही पाए गए, तो यह पूरे निर्वाचन तंत्र के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है।

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