सोशल मीडिया से मिली नौकरी की जानकारी
तिलवारा क्षेत्र निवासी 22 वर्षीय युवती को करीब 20 दिन पहले सोशल मीडिया के माध्यम से JNKVV में संविदा आधार पर नौकरी की जानकारी मिली थी। इसके बाद युवती ने विश्वविद्यालय की बैकसाइड पर संपर्क नंबर तलाशा, जहां उसे कुलगुरु कार्यालय का टेलीफोन नंबर मिला। कॉल करने पर फोन यूडीसी दुर्गाशंकर सिंगरहा (58) ने उठाया और वैकेंसी होने की बात कहते हुए सभी दस्तावेज लेकर आने को कहा।
“मैं नौकरी लगवा सकता हूं” – भरोसे में लिया
अगले दिन युवती सभी दस्तावेज लेकर विश्वविद्यालय पहुंची, जहां आरोपी दुर्गाशंकर से मुलाकात हुई। उसने आवेदन जमा कराते हुए भरोसा दिलाया कि वह कुलगुरु से बात कर नौकरी लगवा सकता है। इसके बाद एक-दो बार शहर में भी मुलाकातें हुईं और हर बार नौकरी की प्रक्रिया चलने का आश्वासन दिया गया।
25 दिसंबर को कैंपस बुलाकर रची साजिश
पीड़िता के अनुसार 25 दिसंबर की दोपहर आरोपी ने फोन कर कहा कि इंटरव्यू की बात हो गई है और शाम को कैंपस बुलाया। युवती कृषि नगर कॉलोनी पहुंची, जहां से उसे प्यून मुकेश सेन के घर पर बुलाया गया। कुछ देर बातचीत के बाद मुकेश सेन बाहर निकल गया और कमरे का दरवाजा बंद कर दिया।
बंद कमरे में जबरन दुष्कर्म, धमकी भी
पीड़िता का आरोप है कि बंद कमरे में उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया गया। युवती ने बयान में कहा कि वह चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन आरोपी ने एक न सुनी। घटना के बाद दोनों आरोपियों ने उसे विश्वविद्यालय परिसर से बाहर छोड़ते हुए धमकी दी कि चुप रही तो नौकरी लग जाएगी, नहीं तो बदनाम कर देंगे।
अगले दिन दर्ज हुई एफआईआर, आरोपी गिरफ्तार
किसी तरह घर पहुंचकर युवती ने परिजनों को घटना बताई। शुक्रवार को आधारताल थाने पहुंचकर उसने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और कुछ ही घंटों में दोनों आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।
इस संबंध में जितेंद्र सिंह ने बताया कि नौकरी का झांसा देकर दुष्कर्म किए जाने की पुष्टि हुई है। मुख्य आरोपी दुर्गाशंकर है, जबकि प्यून मुकेश सेन ने उसका साथ दिया। दोनों के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।
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