कमीशन का खेल बेनकाब: सोनीग्राफी सेंटर के रजिस्टर में कई डॉक्टरों के नाम उजागर



डाक्टर-सेंटर गठजोड़ के नए सिरे पर पैनी नजर,सोनोग्राफी सेंटर की जांच के बाद डॉक्टरों पर कसा शिकंजा, डॉ. दुबे के नेटवर्क से जुड़े चिकित्सक रडार पर

जबलपुर। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की हालिया कार्रवाई के बाद शहर के मेडिकल जगत में हलचल तेज है। चौकीताल क्षेत्र स्थित मदनमहल एक्स-रे व सोनोग्राफी सेंटर पर हुई छापेमारी के बाद अब उन डॉक्टरों की जांच शुरू हो गई है जिन्होंने अपने मरीजों को डॉ दुबे के सेंटर पर भेजा था। सूत्रों के मुताबिक, विभाग ने सेंटर के सील किए गए रिकॉर्ड खंगालने शुरू कर दिए हैं। पंजी में दर्ज मरीजों की एंट्री और रेफर करने वाले डॉक्टरों के नाम सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इन सूचनाओं के आधार पर एक सूची तैयार कर रहा है। माना जा रहा है कि जल्द ही इन डॉक्टरों को नोटिस भेजे जा सकते हैं।

-रजिस्टर खोल रहे कई राज

जांच टीम के मुताबिक, रिकॉर्ड से यह स्पष्ट हो रहा है कि कुछ डॉक्टर नियमित रूप से अपने मरीजों को इसी सेंटर पर जांच के लिए भेजते थे। विभाग अब यह पता लगाने में जुटा है कि क्या इस रेफरेंस के बदले किसी प्रकार का आर्थिक लाभ या अनुचित व्यवहार हुआ।

-31 अक्टूबर की छापेमारी बनी कार्रवाई की जड़

दरअसलए 31 अक्टूबर 2025 को प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने गुप्त शिकायतों के आधार पर इस सेंटर पर छापा मारा था। टीम को वहां कई अनियमितताएँ मिलीं, जिनमें गलत रिपोर्टिंग और बिना योग्य टेक्नीशियन के जांचें शामिल थीं। इसके बाद सेंटर को तत्काल सील कर दिया गया। विभागीय अधिकारी मान रहे हैं कि अगर डॉक्टर-सेंटर गठजोड़ की पुष्टि होती है, तो लाइसेंस निलंबन और चिकित्सीय पंजीयन पर भी कार्रवाई संभव है। यह मामला अब केवल सेंटर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि शहर के निजी हेल्थ नेटवर्क की पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े कर रहा है।

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